What is Aatmanirbhar Bharat Rozgar Yojana | Rojgar Sahayta 

आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना क्या है  रोजगार सहायता

List Of Content –

  • आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना क्या है 
  • अन्य आवश्यक जानकारी 
  • कौन से कर्मचारी होंगे कवर 
  • कितना आने वाला है खर्च

Aatmanirbhar Bharat Rozgar Yojana: यह योजना कोविड-19 महामारी की रोक-थाम के लिए लागू सार्वजनिक पाबंदियों के बीच संगठित क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़ाने के लिए अक्टूबर में शुरू की गई थी।

What is Aatmanirbhar Bharat Rozgar Yojana:

आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (एबीआरवाई) से लगभग 16.5 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं। यह योजना कोविड-19 महामारी की रोक-थाम के लिए लागू सार्वजनिक पाबंदियों के बीच संगठित क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़ाने के लिए अक्टूबर में शुरू की गई थी। केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने बुधवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘नौ मार्च 2021 को (एबीआरवाई के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए) 16.49 लाख कर्मचारियों को पंजीकृत किया गया था।’’

अन्य आवश्यक जानकारी-

दरअसल आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत नई नियुक्तियां करने वाले एंप्लॉयर्स को सब्सिडी दी जा रही है। सब्सिडी इंप्लॉइज और एंप्लॉयर्स द्वारा दो साल के लिए किए गए रिटायरमेंट फंड कॉन्ट्रीब्यूशन यानी PF को कवर करने के लिए है। PF में इंप्लॉइज द्वारा किए जाने वाले 12 फीसदी योगदान और एंप्लॉयर द्वारा किए जाने वाले 12 फीसदी योगदान यानी कुल 24 फीसदी योगदान के बराबर सब्सिडी सरकार की ओर से दो साल के लिए एंप्लॉयर्स को दी जा रही है। योजना के तहत सरकार 1,000 लोगों तक को नए रोजगार देने वाली कंपनियों को इंप्लॉई व एंप्लॉयर दोनों की ओर से पीएफ अंशदान का भुगतान करेगी। वहीं 1,000 से अधिक लोगों को नए रोजगार देने वाली कंपनियों को प्रत्येक कर्मचारी के 12 फीसदी अंशदान का ही दो साल तक भुगतान करेगी।

कौन से कर्मचारी होंगे कवर-

आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत उन कर्मचारियों को कवर किया जाएगा, जिन्होंने 1 अक्टूबर 2020 से 30 जून 2021 के बीच नौकरी ज्वॉइन की है। इस योजना के तहत EPFO में रजिस्टर्ड संस्थान में नियुक्त होने वाला हर वह नया कर्मचारी कवर होगा, जिसका मासिक वेतन 15,000 रुपये से कम है। इसके अलावा 15,000 रुपये या उससे कम मासिक वेतन वाला ऐसा कोई कर्मचारी जो एक अक्टूबर 2020 से पहले ईपीएफओ से संबद्ध संस्थान में नौकरी नहीं कर रहा है, उसके पास यूएएन या ईपीएफ सदस्यता खाता नहीं है, वो भी इस योजना का फायदा ले सकता है। वहीं ईपीएफओ से जुड़ा कोई व्यक्ति जिसके पास यूएएन खाता है और 15,000 रुपये मासिक से कम वेतन पाता है, लेकिन एक मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 के बीच कोविड-19 महामारी के दौर में नौकरी चली गई और उसके बाद ईपीएफओ से जुड़े किसी संस्थान में नौकरी नहीं की हो, वह भी योजना का फायदा ले सकता है।

कितना आने वाला है खर्च

सरकार का कहना है कि आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना से 58.5 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। इस योजना पर मौजूदा वित्त वर्ष में 1584 करोड़ रुपये खर्च होंगे, वहीं 2020-2023 तक पूरी योजना अवधि के दौरान खर्च 22810 करोड़ रुपये आएगा। इस योजना को सामाजिक सुरक्षा लाभ के साथ-साथ नए रोजगार के सृजन और महामारी के दौरान रोजगार के नुकसान की भरपाई को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया है।

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